बुधवार, 23 जुलाई 2014

चालान

सर सर 
आपने मुझे ही क्यों पकड़ा 
इतने लोग तेजी से 
चले जा रहे है 
उनपर आप ध्यान 
नहीं दे रहे है 

चुप रहो 
ट्रैफिक हवलदार मै हूँ 
कि तुम 
यह कौन डिसाइड करेगा 
किसे पकड़ना है 
किसे छोड़ना है 
मै कि  तुम 

ये सब साले 
इतनी तेजी से भागे जा रहे है 
मानो नंबर दो से  परेशान  है 
पर टैफिक नियम की 
वही सब तो धज्जियाँ 
उड़ा रहे है 

अरे यार 
कब समझोगे तुमसब 
इन्हे पकड़ कर 
अपनी जान देनी है क्या 
चाहता है हमें भी 
आसान टारगेट 
लक्ष्य पूरा कर 
बचाना है अपना मार्केट 
इसलिए फॉरगेट 
चलो निकालो 
दिखाओ अपने कागजात 
अपडेट 

हतप्रभ मै 
डिग्गी खोल रहा था 
मेरे सामने ही सैकड़ो वाहनो का 
काफिला सरपट जा रहा था 
जबकि मै सामान्य गति से 
ट्रैफिक नियमो के अनुसार 
कार्यालय की ओर 
अग्रसर था 

रास्ते में आये 
स्पीड ब्रेकर को धीमी गति से 
क्रॉस करने का प्रयास 
कर रहा था 
और तभी इनका शिकार 
बन गया था 

सब कागज 
मय हेलमेट के सही 
होने के बाद भी 
दो दिन पहले ही 
एक्सपायर हो चुके 
इन्शुरन्स के एवज में 
अपना चालान 
कटवा रहा था 
जबकि इसी के लिए आज 
रास्ते में रहते हुए 
एजेंट से मिलने हेतु 
कार्यालय के लिए मै 
थोड़ा जल्दी ही 
निकल पड़ा था 

निर्मेष 

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